रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल शेख हसीना सरकार के अपदस्थ होने के बाद, ‘‘हिंदुओं के घरों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और उपासना स्थलों पर व्यापक हमले हुए, विशेष रूप से ग्रामीण और तनाव वाले क्षेत्रों जैसे ठाकुरगांव, लालमोनिरहाट, दिनाजपुर, सिलहट, खुलना और रंगपुर जैसे अन्य स्थानों पर हमले हुए.’’