भारत से तनाव पर UN सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान की एक नहीं चली
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव (India-Pakistan Tensions) के बीच,संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने बंद कमरे में एक बैठक की. यहां सदस्य देशों ने भारत और पाकिस्तान को संयम बरतने और बातचीत से रास्ता निकालने का आह्वान किया. स्थानीय समयानुसार सोमवार,5 मई की दोपहर 15 देशों (5 स्थाई देश) की सुरक्षा परिषद का परामर्श (कंस्लटेशन) करीब डेढ़ घंटे तक चला लेकिन बैठक के बाद परिषद की ओर से कोई बयान जारी नहीं किया गया. पाकिस्तान अभी वर्तमान में इस शक्तिशाली परिषद का एक अस्थायी सदस्य है और उसने ही अपने परमाणु हथियार संपन्न पड़ोसी,यानी भारत से तनाव के बीच स्थिति पर "बंद कमरे में परामर्श" का अनुरोध किया था.
मई महीने के लिए परिषद की अध्यक्षता ग्रीस कर रहा है. उसने सोमवार दोपहर (स्थानीय समयानुसार) के लिए बैठक निर्धारित की थी. बंद दरवाजे की बैठक यूएनएससी चैंबर में नहीं हुई,बल्कि चैंबर के बगल में एक परामर्श कक्ष (कंस्लटेशन रूम) में हुई.संयुक्त राष्ट्र में ग्रीस के स्थायी प्रतिनिधि और मई महीने के लिए सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष राजदूत इवेंजेलोस सेकेरिस ने बैठक को "उत्पादक/ प्रोडक्टिव बैठक,मददगार" बताया. तनाव कम करने में परिषद की भूमिका पर सवालों के जवाब में सेकेरिस ने कहा कि सुरक्षा परिषद ऐसे प्रयासों में हमेशा मददगार रहती है. बैठक से बाहर आते हुए एक रूसी राजनयिक ने कहा,"हमें तनाव कम होने की उम्मीद है."
बैठक के बाद उन्होंने कहा,"अतीत की तरह आज भी पाकिस्तान की दादागीरी फिर से विफल हो गई है. जैसा कि अपेक्षित था,परिषद द्वारा कोई सार्थक प्रतिक्रिया नहीं दी गई. भारतीय कूटनीति ने सुरक्षा परिषद के हस्तक्षेप की मांग करने के पाकिस्तानी प्रयासों को एक बार फिर सफलतापूर्वक विफल कर दिया है."
उन्होंने कहा,"नागरिकों को निशाना बनाना अस्वीकार्य है - और जिम्मेदार लोगों को विश्वसनीय और वैध तरीकों से न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए." गुटेरेस ने जोर देकर कहा कि यह आवश्यक है - विशेष रूप से इस महत्वपूर्ण समय में - कि एक सैन्य टकराव से बचा जाए जो आसानी से नियंत्रण से बाहर हो सकता है.
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