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एस जयशंकर ने तालिबान के विदेश मंत्री से पहली बार बात करते ही कैसे बढ़ा दी पाक की टेंशन, पढ़ें

2025-05-16     IDOPRESS

पहलगाम आतंकी हमल के बाद भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में तनाव जारी है. दोनों देशों ने सैन्य संघर्ष भले ही रोक दिया हो लेकिन कुटनीतिक और राजनीतिक मोर्चों पर दोनों देशों के बीच की तल्खी जारी है. इस बीच गुरुवार शाम भारत के विदेश मंत्री एस जयंशकर ने अफगानिस्तान के विदेश मंत्री से फोन पर बात की. इस बातचीत की जानकारी एस जयशंकर ने खुद से सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट कर दी. अपने पोस्ट में एस जयशंकर ने लिखा,"आज शाम कार्यवाहक अफगान विदेश मंत्री मावलवी आमिर खान मुत्ताकी के साथ अच्छी बातचीत हुई. पहलगाम आतंकवादी हमले की उनकी निंदा के लिए मैं उनकी तहे दिल से सराहना करता हूं.

अफगानियों के साथ हमारी पारंपरिक मित्रताः जयशंकर

एस जयशंकर ने आगे लिखा कि "झूठी और निराधार रिपोर्टों के माध्यम से भारत और अफगानिस्तान के बीच अविश्वास पैदा करने के हालिया प्रयासों को उनकी दृढ़ अस्वीकृति का स्वागत किया. अफगान लोगों के साथ हमारी पारंपरिक मित्रता और उनकी विकास आवश्यकताओं के लिए निरंतर समर्थन को रेखांकित किया. सहयोग को आगे बढ़ाने के तरीकों और साधनों पर चर्चा की."

पाकिस्तान की धड़कन बढ़ाने वाली बातचीत

अफगानिस्तान के विदेश मंत्री से एस जयशंकर की यह बातचीत पाकिस्तान की धड़कने बढ़ाने वाला है. क्योंकि भारत-पाक सैन्य संघर्ष के दौरान पाकिस्तान ने अफगानिस्तान पर भारत द्वारा मिसाइल हमले की झूठी खबर फैलाई थी. जिसका भारत ने तब भी खंडन किया था और आज जब अफगान के विदेश मंत्री से बात हुई तो उन्होंने भी इसे गलत खबर ही बताई.

पाकिस्तान के दावे को अफगान के रक्षा मंत्री ने भी किया था खारिज

पिछले सप्ताह अफगानिस्तान ने भारत द्वारा अफगान क्षेत्र पर मिसाइल हमले करने के पाकिस्तानी आरोपों को “निराधार” करार दिया था. अफगान मीडिया आउटलेट हुर्रियत रेडियो के साथ 10 मई को एक साक्षात्कार में अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इनायतुल्लाह खवारजमी ने पाकिस्तान के इस आरोप को पूरी तरह से खारिज कर दिया था कि भारत ने अफगान धरती पर मिसाइल हमला किया है,और ऐसे दावों को झूठा और निराधार बताया था.

भारत के विदेश सचिव ने पाक के दावे को बताया था हास्यास्पद

काबुल की यह प्रतिक्रिया भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री द्वारा पाकिस्तान के "पूरी तरह से ओछे आरोपों" को खारिज करने के कुछ घंटे बाद आई,जिसमें उन्होंने आरोपों को "हास्यास्पद दावे" बताया.

कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ 'ऑपरेशन सिंदूर' पर एक विशेष मीडिया ब्रीफिंग में बोलते हुए विदेश सचिव मिस्री ने अफगान लोगों से यह याद रखने का आग्रह किया था कि किस देश ने बार-बार उनके देश में नागरिक बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया है.

अफगानिस्तान को अस्थिर करने और नष्ट करने में पाकिस्तान की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए मिस्री ने कहा,"यह एक बार फिर पूरी तरह से हास्यास्पद दावा है कि भारतीय मिसाइलों ने अफगानिस्तान पर हमला किया है. यह पूरी तरह से बेबुनियाद आरोप है. मैं केवल यह बताना चाहता हूं कि अफगान लोगों को यह याद दिलाने की जरूरत नहीं है कि वह कौन सा देश है,जिसने पिछले डेढ़ साल में कई मौकों पर अफगानिस्तान में नागरिक आबादी और नागरिक बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया है."


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