गाजा में इजरायल का हमला जारी है (फाइल फोटो)
अगर हमास गाजा में बंधक बनाकर रखे गए इजरायली लोगों में से आधे को रिहा कर देता है तो इजरायल 45 दिनों के युद्धविराम कर देगा यानी युद्ध रोक देगा. इजरायल की तरफ से इस पेशकश की जानकारी सोमवार,14 अप्रैल को खुद हमास ने दी है. गाजा को इस समय युद्धविराम की सख्त जरूरत है क्योंकि खुद संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि यह अब युद्ध की शुरुआत के बाद से सबसे खराब मानवीय संकट की चपेट में है.
हमास के एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी एएफपी को बताया कि इजरायल ने गाजा युद्ध को समाप्त करने के लिए फिलिस्तीनी आतंकवादियों को निरस्त्र (हथियार छोड़ने) करने की भी मांग की थी,लेकिन यह "लाल रेखा" को पार करने जैसा है. अधिकारी ने कहा,मिस्र के मध्यस्थों ने उनतक एक इजरायली प्रस्ताव पहुंचाया था जिसमें "समझौते के पहले सप्ताह में आधे बंधकों की रिहाई,कम से कम 45 दिनों के लिए सीजफायर का विस्तार और गाजा में सहायता (सामान और मदद) की आवाजाही की इजाजत शामिल है."
गौरतलब है कि 7 अक्टूबर,2023 के हमलों के दौरान आतंकवादियों ने 251 इजरायली लोगों को बंधक बना लिया,जिससे युद्ध शुरू हो गया. इसमें लगभग 58 लोग अभी भी गाजा में बंधक बनाकर रखे हुए हैं. इजरायली सेना के अनुसार इनमें से 34 मारे गए हैं.हमास के अधिकारी ने कहा,"प्रस्ताव में युद्ध को हमेशा के लिए खत्म करने के लिए जो शर्त रखी गई है उसके अनुसार गाजा पट्टी में हमास और सभी फिलिस्तीनी सशस्त्र गुटों का निरस्त्रीकरण (हथियार डालना) करना होगा." हमास के नेता अभी भी इजरायल की तरफ से भेजे गए इस युद्धविराम प्रस्ताव की समीक्षा कर रहे हैं,लेकिन अधिकारी ने कहा: "हमास और प्रतिरोध गुटों की स्थिति यह है कि प्रतिरोध के हथियार एक लाल रेखा हैं और इससे समझौता नहीं किया जा सकता है."
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