नई दिल्ली:
दक्षिण-पश्चिम मानसून 19 से 25 सितंबर के बीच देश से लौटना शुरू हो सकता है. दक्षिण-पश्चिम मानसून आमतौर पर एक जून तक केरल में प्रवेश करता है और आठ जुलाई तक पूरे देश में पहुंच जाता है. आईएमडी ने कहा,'19-25 सितंबर के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल होने की संभावना है.
उत्तराखंड में बारिश का दौर जारी
उत्तराखंड के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है. कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होगी 13 और 14 सितंबर को अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होगी.
हिमाचल में बाढ़ की चेतावनी
हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार को शिमला,किन्नौर और सिरमौर जिलों के कुछ हिस्सों में शुक्रवार तक अचानक बाढ़ के खतरे की चेतावनी दी है. इसके साथ ही बृहस्पतिवार और शुक्रवार को राज्य के 12 में से पांच जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश,आंधी और आकाशीय बिजली चमकने का ‘यलो अलर्ट' भी जारी किया गया है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार,किन्नौर,मंडी,सिरमौर,सोलन और शिमला जिलों के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है. इसने बागानों,फसलों,कमजोर संरचनाओं और कच्चे घरों को नुकसान पहुंचने की आशंका के बारे में भी आगाह किया है.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा,कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा और अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है. पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है. 14 सितंबर को अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है.
13 और 14 तारीख को उत्तर पश्चिम मध्य प्रदेश में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है.
मौसम केंद्र के मुताबिक 13 सितंबर से राज्य में भारी बारिश की गतिविधियों में कमी होने और उत्तर-पूर्वी राजस्थान में मेघ गर्जन के साथ बारिश की गतिविधियां जारी रहने की संभावना है. 14 से 17 सितंबर के दौरान छिटपुट स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना है.
दिल्ली-एनसीआर मेंतापमान में गिरावट
दिल्ली-एनसीआर में आज सुबह बारिश होने के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. अधिकतम तापमान 30 डिग्री और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री दर्ज किया गया है. मौसम विभाग के मुताबिक,आने वाले कुछ दिनों तक तापमान के ऐसा ही बने रहने की उम्मीद है. ऐसे में दिल्ली-एनसीआर के लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिलेगी और मौसम सुहाना बना रहेगा.
निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी ‘स्काईमेट' ने कहा कि इस दबाव क्षेत्र के राष्ट्रीय राजधानी से दूर,पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की ओर उत्तर-पूर्व दिशा में मुड़ने की संभावना है. इस दबाव के साथ भारी बारिश वाला क्षेत्र भी स्थानांतरित हो जाएंगा. बीहड़ इलाकों की निकटता के कारण अगले 24 घंटों में दबाव का क्षेत्र तेजी से कमजोर होकर निम्न दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील हो जाएगा.
आईएमडी ने कहा कि सड़कों पर पानी भर जाने के कारण यातायात बाधित होने की संभावना है और कुछ इलाकों में दृश्यता कम हो सकती है. कच्ची सड़कों और कमजोर संरचनाओं को मामूली नुकसान होने की संभावना है,साथ ही बारिश और हवा के कारण भूस्खलन और फसलों को नुकसान होने की भी आशंका है.