
भारत से सीजफायर के बाद पाकिस्तान झूठ के नैरेटिव को तेज कर रहा है
अब वक्त 1971 जैसा नहीं है. आज पाकिस्तान के बोए आतंक की फसल को भारत ने उसकी जमीं में घुसकर जलाया है. हर मोर्चे पर उसे मात दी है. लेकिन दौर आज सोशल मीडिया का है और जिस टेक्नोलॉजी से उम्मीद सिर्फ और सिर्फ सच्चाई की थी,वो नैरेटिव बनाने का जरिया बन गया है. भारत की सेना के हाथों मुंह की खाने के बावजूद पाकिस्तान जश्न मना रहा है,अपनी जमीं पर पनपे 9 आतंकी ठिकानों पर भारत की एयरस्ट्राइक देखने वाला पाकिस्तान जश्न मना रहा है,लाहौर के एयरडिफेंस के धवस्त होने के बाद भी पाकिस्तान जश्न मना रहा है. चलिए आपको बताते हैं कि कैसे भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा के बाद वक्त एक नई लड़ाई देखने को मिल रहा है: पाकिस्तान की तरफ से झूठा नैरेटिव बनाने का.
आतंवाद को बोने-सींचने और फसल काटने वाले आईना नहीं देख रहे
भारत ने सबूतों के साथ दिखाया है कि पहलगाम में 26 मासूम लोगों की हत्या का दोषी चरमपंथी समूह लश्कर-ए-तैयबा को इस्लामाबाद का सपोर्ट है. पाकिस्तान के हाथ आतंकवाद और उसके द्वारा किए गए खून से सना हुआ है. खुद उसके रक्षा मंत्री ने दुनिया के सामने स्वीकार किया है कि पाकिस्तान आतंकवाद को अपनी विदेश नीति के रूप में इस्तेमाल करता है,पाकिस्तान ने अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों के लिए आतंकवाद को सपोर्ट किया है. लेकिन अब भारत पर एक और आतंकी हमले के बाद वह आतंकवाद के अपने सपोर्ट से इनकार कर रहा है.
कश्मीर से पाकिस्तान ने अपनी गंदी नजर कभी नहीं हटाई और उसे पाने के लिए वह इस्लामिक आतंकवादी समूहों को एक महत्वपूर्ण उपकरण के रूप में इस्तेमाल करता है. द गार्डियन के लिए अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा संवाददाता जेसन बर्क के अनुसार यह बात अविश्वसनीय लगती है कि पाकिस्तान की आर्मी में किसी को भी पहलगाम हमले के बारे में पहले से कोई अंदाजा नहीं था.पाकिस्तान बार बार इस बात का रोना रो रहा कि आतंकवाद ने सबसे ज्यादा चोट उसे ही दी है. और उल्टा जिसे पूरी दुनिया आतंकवाद का गढ़ मानती है,दुनिया के किसी फिल्म में आतंकी दिखाना होता है तो उस किरदार को पाकिस्तानी बनाया जाता है,वो भारत जैसे स्थिर और परिपक्व देश पर आतंकवाद आ आरोप लगा रहा. पाकिस्तान आर्मी ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि पाकिस्तान लगातार आतंकवाद का दंश झेल रहा है,जबकि देश का नेतृत्व इस बात पर जोर देता है कि भारत इसे प्रायोजित और बढ़ावा दे रहा है. उन्होंने कहा कि भारत कई प्रॉक्सी के जरिए पाकिस्तान के अंदर आतंकवाद चला रहा है. वाह!
चोट खाकर भी दर्द में मुस्कुरा रहा ना‘पाक' पड़ोसी
भारत की तरफ से लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया है कि ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद की साजिश रचने वालों और आतंकियों के ठिकानों को तबाह करने के लिए चलाया गया था. उन्होंने बताया कि इस दौरान चुन-चुनकर 100 से ज्यादा आतंकियों को ढेर किया गया. साथ ही उन्होंने बताया कि हमने पाकिस्तान के सभी हमलों को नाकाम किया. नियंत्रण रेखा पर भारतीय सेना की गोलीबारी में पाकिस्तान के 35-40 सैनिकों और अधिकारियों की मौत हो गई. सेना ने बकायता अपनी बातों को साबित करने के लिए तस्वीरों के साथ सबूत भी दिया. लेकिन पाकिस्तान अपनी जीत की झूठी शेखी बघार रहा है. भारत के एयर डिफेंस ने पाकिस्तानी हवाई हमलों को हवा में ही शून्य कर दिया और अपने सभी महत्वपूर्ण सैन्य सुविधाओं को शत प्रतिशत सुरक्षित रखा. लेकिन पाकिस्तान ने अलग ही ख्याली पुलाव पका रखा. उसका दावा है कि उसने भारत को नुकसान पहुंचाई है. पाकिस्तान के डीजी आईएसपीआर का कहना है कि उसने भारत के 26 सैन्य लक्ष्य को निशाना बनाया है. सवाल है कि सबूत कहां है.
सीजफायर के बाद भी ड्रोन किसने भेजा?
भारत के साथ सीजफायर को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में पाकिस्तान के डीजी आईएसपीआर ने कहा कि पाकिस्तान सशस्त्र बल सीजफायर का उल्लंघन नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा,"आर्मी का प्रवक्ता होने के नाते,मैं 200 प्रतिशत निश्चितता के साथ कह सकता हूं कि सशस्त्र बल LoC पर संघर्ष विराम कर रहे हैं.. हम एक पेशेवर सेना हैं और हम अपनी प्रतिबद्धताओं का दृढ़ता से पालन करते हैं और सरकार के आदेशों का अक्षरशः पालन करते हैं." तो सवाल है कि अगर ऐसा है तो सीजफायर की घोषणा के बाद शनिवार की रात पाकिस्तान की तरफ से आया ड्रोन किसका था? क्या ग्राउंड से आईं तस्वीरें झूठ हैं? अगर पाकिस्तान की सेना ने हवाई हमले की कोशिश नहीं की तो क्या उसके पाले आतंकवादियों ने की?
हम पाकिस्तान ने इन सच्चे सवालों का सच्चा जवाब पाने की उम्मीद नहीं कर सकते. वक्त नैरेटिव बनाने का है और वह चोट लगने से लहूलुहान होने के बावजूद जश्न मना रहा है. भारत इन सबके बीच अपना सीना ताने गर्व से खड़ा है. उसने ऑपरेशन सिंदूर से अपने जो तीन लक्ष्य बनाए थे,उसे उसने पूरा कर लिया है. आप इसके बारे में डिटेल में पढ़ने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें.
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