
ब्लूमबर्ग रिपोर्ट के अनुसार,मामले से परिचित लोगों ने बताया कि गौतम अदाणी (Gautam Adani) भारत में डेटा सेंटर बनाने के लिए अतिरिक्त 10 बिलियन डॉलर का निवेश करने की योजना बना रहे हैं. पोर्ट से लेकर पावर तक कई बिजनेस में शामिल अदाणी ग्रुप (Adani Group) ने आंध्र प्रदेश,महाराष्ट्र,गुजरात और तमिलनाडु को संभावित स्थानों के रूप में पहचान की है,जहां लगभग 1 गीगावाट क्षमता के दो डेटा सेंटर स्थापित किए जाएंगे. लोगों ने नाम न बताने के अनुरोध पर कहा कि समय के साथ डेटा सेंटर को 10 गीगावाट तक बढ़ाने का लक्ष्य है. अदाणी समूह की नजर विदेशी सरकारों के साथ व्यापार पर है. उनका फोकस गवर्नमेंट-टू-गवर्नमेंट कांट्रैक्ट पर है. साथ ही भूमि अधिग्रहण का काम भी चल रहा है.
पिछले साल की थी ये घोषणा
रिपोर्ट के अनुसार,यह कदम मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड द्वारा फरवरी में गुजरात के जामनगर शहर में 1 गीगावाट का डेटा सेंटर बनाने की घोषणा के बाद उठाया गया है. अदाणी ग्रुप की योजनाओं से पता चलता है कि वह इस क्षेत्र में दोगुना निवेश कर रहा है. पिछले साल अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने पश्चिमी राज्य महाराष्ट्र में डेटा सेंटर के बुनियादी ढांचे के लिए 500 अरब रुपये ($5.9 बिलियन) निवेश करने की योजना की घोषणा की थी. अदाणी ग्रुप के एक प्रतिनिधि ने डेटा सेंटर निवेश योजनाओं पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
अलीबाबा के संस्थापक ने दी थी चेतावनी
एशिया के दो सबसे अमीर व्यक्तियों द्वारा भारत में की जा रही आक्रामक योजनाएं इस क्षेत्र में वैश्विक मंदी के बिल्कुल विपरीत हैं,क्योंकि माइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन जैसी दिग्गज कंपनियां AI को शक्ति प्रदान करने वाले सर्वर फ़ार्म और क्लाउड स्थापित करने की अपनी योजनाओं पर नज़र रख रही हैं. अलीबाबा के संस्थापक जो त्साई ने मार्च में डेटा सेंटर निर्माण में संभावित बुलबुले बनने की चेतावनी दी थी.
इस बीच,भारतीय अरबपति आगे बढ़ते हुए यह सोच रहे हैं कि दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश में डेटा केंद्रों की मांग आपूर्ति से आगे निकल जाएगी. पिछले साल,ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स - ऑफशोर यूनिट्स जो मूल कंपनी की व्यावसायिक प्रक्रियाओं को संभालती हैं - ने भारत के प्रमुख शहरों में रिकॉर्ड 77.2 मिलियन वर्ग फीट कार्यालय स्थान पट्टे पर दिया.
क्षमता के हिसाब से ऐसे सबसे बड़े कॉम्प्लेक्स अमेरिका में स्थित हैं और इनका स्वामित्व टेक दिग्गजों के पास है. तुलनात्मक रूप से,इंडस्ट्री रिसर्च फर्म डीसी बाइट के अनुसार,भारत में संचालित सबसे बड़े डेटा केंद्रों की क्षमता वर्तमान में 1 गीगावाट से भी कम है.
रिपोर्ट कहती है कि 2023 की शुरुआत में शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की एक फर्जी रिपोर्ट और नवंबर में अमेरिकी न्याय विभाग की जांच के बाद अदाणी का साम्राज्य अपनी आक्रामक विकास योजनाओं पर लौट रहा है. अदाणी एंटरप्राइजेज का वैश्विक डेटा सेंटर प्रोवाइडर एजकॉनेक्स इंक (EdgeConnex Inc.) के साथ 50:50 ज्वाइंट वेंचर भी है,जिसे अदाणीकॉनेक्स प्राइवेट (AdaniConnex Pvt) कहा जाता है. इसकी वेबसाइट के अनुसार,इसका संचालन चेन्नई और हैदराबाद में है और यह मुंबई और पुणे में सुविधाओं का निर्माण कर रहा है.
(Disclaimer: New Delhi Television is a subsidiary of AMG Media Networks Limited,an Adani Group Company.)
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