40 सालों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली जेद्दा यात्रा
जेद्दा:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सऊदी अरब की ऐतिहासिक दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर रवाना हो गए हैं.यह दौरा सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान के निमंत्रण पर हो रहा है. यह प्रधानमंत्री मोदी की खाड़ी देश की तीसरी यात्रा होगी,इससे पहले वह 2016 और 2019 में रियाद जा चुके हैं. यह दौरा भारत और सऊदी अरब के बीच गहराते रणनीतिक संबंधों को दर्शाता है,खासकर ऊर्जा सहयोग,व्यापार,निवेश और क्षेत्रीय सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में. यह यात्रा सितंबर 2023 में नई दिल्ली में हुए जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की भारत यात्रा और भारत-सऊदी रणनीतिक साझेदारी परिषद की पहली बैठक के बाद हो रही है.
सऊदी अरब में भारतीय राजदूत सुहेल एजाज खान ने प्रधानमंत्री की यात्रा से पहले ‘पीटीआई-भाषा' को बताया,‘‘भारत और सऊदी अरब के बीच संपर्क के मामले में जेद्दा एक बहुत ही महत्वपूर्ण शहर है. क्योंकि सदियों से जेद्दा दोनों देशों के बीच व्यापार के लिए बंदरगाह रहा है और यह मक्का का प्रवेश द्वार भी है. इसलिए जो कोई भी उमराह और हज के लिए आता है,वह जेद्दा में उतरता है और फिर मक्का जाता है.''
राजदूत ने कहा,‘‘हज एक बहुत ही महत्वपूर्ण धार्मिक तीर्थयात्रा है और भारत सरकार इसे बहुत महत्व देती है. अल्पसंख्यक मामलों का मंत्रालय इसके लिए इंतजाम कर रहा है... द्विपक्षीय वार्ता में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। सऊदी सरकार और भारत के बीच हज को लेकर हमेशा से बहुत अच्छा समन्वय रहा है.''
वर्ष 2025 के लिए भारत का हज कोटा 2014 में 136,020 से बढ़कर 175,025 हो गया है,जिसमें 122,518 तीर्थयात्रियों की व्यवस्था को अंतिम रूप दिया गया है. हालांकि,अनुबंध समझौतों में संयुक्त हज समूह संचालकों द्वारा देरी के कारण लगभग 42,000 भारतीयों के इस साल हजयात्रा करने की संभावना नहीं है.
मोदी और ‘क्राउन प्रिंस' द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री की 2019 की यात्रा के दौरान स्थापित रणनीतिक साझेदारी परिषद की दूसरी बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे. बुधवार को प्रधानमंत्री भारतीय श्रमिकों को रोजगार देने वाली एक फैक्टरी का भी दौरा करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी को 2016 में सऊदी अरब के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया गया था.