रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की फाइल फोटो
क्या आखिरकार सच में यूक्रेन में शांति स्थापित होने जा रही है? इसकी इच्छा खुद अब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दिखाई है. शांति समझौते के लिए अमेरिका से चल रही बातचीत के बीच में पुतिन ने सोमवार,21 अप्रैल को सालों में पहली बार यूक्रेन के साथ द्विपक्षीय वार्ता का प्रस्ताव रखा और कहा कि वह 30 घंटे के ईस्टर सीजफायर के बाद और अधिक यानी लंबे सीजफायर के लिए तैयार हैं. वहीं अलग से यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने पुष्टि की कि यूक्रेन बुधवार,23 अप्रैल को अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों से मिलने के लिए लंदन में एक प्रतिनिधिमंडल भेज रहा है.
गौरतलब है कि लंदन वार्ता पिछले हफ्ते पेरिस में हुई एक बैठक की अगली कड़ी है जिसमें अमेरिका और यूरोपीय राज्यों ने तीन साल से अधिक पुराने युद्ध को समाप्त करने के तरीकों पर चर्चा की थी.
पुतिन ने एक रूसी राज्य टीवी रिपोर्टर से बात करते हुए कहा कि उनके 30 घंटे के ईस्टर युद्धविराम के बाद लड़ाई फिर से शुरू हो गई है,जिसकी उन्होंने शनिवार को एकतरफा घोषणा की थी.रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार अपनी टिप्पणी में पुतिन ने कहा कि रूस किसी भी शांति पहल के लिए राजी है और यूक्रेन से भी ऐसी ही उम्मीद है. वहीं इंटरफैक्स न्यूज एजेंसी के अनुसार,क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने मीडिया से कहा,"जब राष्ट्रपति ने कहा कि द्विपक्षीय सहित नागरिक लक्ष्यों पर हमला नहीं करने के मुद्दे पर चर्चा करना संभव है,तो राष्ट्रपति के मन में यूक्रेनी पक्ष के साथ बातचीत और चर्चा थी."
यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की जब लंदन वार्ता के लिए यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल की घोषणा कर रहे थे,तब उन्होंने अपनी टिप्पणियों में द्विपक्षीय वार्ता पर पुतिन की टिप्पणियों पर कोई बात नहीं की. जेलेंस्की ने लिखा,“यूक्रेन,यूनाइटेड किंगडम,फ्रांस और संयुक्त राज्य अमेरिका - हम यथासंभव रचनात्मक रूप से आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं,जैसा कि हमने पहले किया है,बिना शर्त युद्धविराम हासिल करने के लिए. उसके बाद वास्तविक और स्थायी शांति की स्थापना के लिए,",उन्होंने साथ यह भी बताया कि उनकी ब्रिटिश प्रधान मंत्री कीर स्टार्मर के साथ अच्छी चर्चा हुई.
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और विदेश मंत्री मार्को रुबियो,दोनों ने शुक्रवार को कहा कि यदि दोनों देश (यूक्रेन-रूस) ने कुछ दिनों के भीतर अधिक प्रगति नहीं की तो वाशिंगटन शांति वार्ता से पूरी तरह दूर जा सकता है. ट्रंप ने रविवार को अधिक आशावादी रुख अपनाते हुए कहा कि "उम्मीद है" कि दोनों पक्ष "इस सप्ताह" एक समझौता करेंगे.