पीएम मोदी की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष बिबेक देबरॉय का निधन.
दिल्ली:
अर्थशास्त्री और पीएम मोदी की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष बिबेक देबरॉय ( Dr. Bibek Debroy Passed Away) का आज 69 साल की उम्र में निधन हो गया. बिबेक देबरॉय का निधन आज सुबह 7 बजे दिल्ली एम्स में हुआ.वह आंत संबंधी बीमारी से पीड़ित थे. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू,बंगाल की सीएम ममता बनर्जी समेत तमाम नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. पीएम मोदी ने शोक जताते हुए उनके परिवार के प्रति संवेदना जाहिर की.
बिबेक देबरॉय पद्म श्री अवॉर्ड से सम्मानित थे. पीएम मोदी की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष बनने से पहले देबरॉय पुणे में गोखले इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटिक्स एंड इकोनॉमिक्स (जीआईपीई) के चांसलर भी रहे.
In the demise of Dr. Bibek Debroy the country has lost an eminent public intellectual who enriched diverse fields,from policy making to translating our great scriptures. His understanding of India's social,cultural and economic landscape was exceptional. For his extraordinary…
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 1,2024
I have known Dr. Debroy for many years. I will fondly remember his insights and passion for academic discourse. Saddened by his passing away. Condolences to his family and friends. Om Shanti. pic.twitter.com/TyETOOwOoY
— Narendra Modi (@narendramodi) November 1,2024
Saddened by the news of the sudden demise of Bibek Debroy,noted economist and Chairman of PM's Economic Advisory Council.
A brilliant son of Bengal and a scholar of repute,he will be remembered by us.
Condolences to the bereaved family and friends.
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) November 1,2024
Deeply saddened by the passing of Dr. Bibek Debroy. He was a distinguished economist,a prolific author as well as an excellent academician. He will be admired for his policy guidance on economic issues and noteworthy contributions to India's development. His columns in… pic.twitter.com/y1niSMlxU7
— Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp) November 1,2024
वह एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री,एक विपुल लेखक और साथ ही एक उत्कृष्ट शिक्षाविद थे. आर्थिक मुद्दों पर उनके मार्गदर्शन और देश के विकास में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए हमेशा उनकी तारीफ की जाएगी. समाचार पत्रों में उनके लेखों ने लाखों लोगों को समृद्ध और प्रबुद्ध किया. डॉ. देबरॉय अपने पीछे अर्थशास्त्र,शिक्षा और साहित्य की दुनिया में एक स्थायी विरासत छोड़ गए हैं. उनके परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना.